pub-7907189912424792 बलुवाना न्यूज पंजाब :  बलुवाना न्यूज पंजाबऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या?वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर..270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टीखेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है।गोबर का ही इस्तेमाल क्योंदरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी।बायोमीथेन फ्यूज का यूजएक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं।किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टरइस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है।खेती-किसानी होगा आसानइस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

Wednesday, January 18, 2023

 बलुवाना न्यूज पंजाबऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या?वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर..270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टीखेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है।गोबर का ही इस्तेमाल क्योंदरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी।बायोमीथेन फ्यूज का यूजएक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं।किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टरइस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है।खेती-किसानी होगा आसानइस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

 

बलुवाना न्यूज पंजाबऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या?वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर..270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टीखेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है।
गोबर का ही इस्तेमाल क्योंदरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी।
बायोमीथेन फ्यूज का यूजएक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं।
किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टरइस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है।
खेती-किसानी होगा आसानइस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

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बलुवाना न्यूज पंजाब

Eagle Club 23 india punjab: ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब विकिपीडिया । Eagle Club 23 WikipediaMarch 9, 2023 by वनिता कासनियां पंजाबहैलो दोस्तों आज हम आप लोगों को ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब विकिपीडिया बताने वाले हैं, अगर आप भी Eagle Club 23इंडिया पंजाब के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आयें हैं, दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में Eagle Club 23 इंडिया पंजाब से जुड़ी सभी जानकारी को देंगे लेकिन इसके लिए आप लोगों को इस आर्टिकल को पूरा ध्यान से पढ़ना होगा तभी आप ये सभी जानकारीयों को जान पाएंगे, तो चलिए अब जान लेते हैंEagle Club 23 इंडिया पंजाब क्या होता है ?ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब:- दोस्तों Eagle Club 23 इंडिया पंजाब एक E- Learning और Earning प्लेटफार्म है, इस Eagle Club 23 में लोग सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करते हैं आप जितने ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ सकते हैं आपको उतना ही ज्यादा पैसा मिलेगा और इस Club के लोग Zoom meeting के जरिए से लोगों को अपने बिजनेस प्लान के बारे में बताते हैं । इस Eagle Club 23 की शुरुआत मनीष चहल और विक्की मोर के द्वारा 12 सितम्बर, 2021 में किया गया था ।Eagle Club 23 इंडिया पंजाब में क्या सिखाया जाता है ?Eagle Club 23 इंडिया पंजाब :- दोस्तों आप लोगों को बता दें कि अन्य नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों की तरह इनका भी बिजनेस प्लान होता है । दोस्तों इसमें ये सिखाया जाता है कि खुद को हम इस लायक बनायें की हम एक बिजनेस करने के काबिल बन सकें फिर इसमें एक बिजनेस ग्रो करना सिखाया जाता है और वहां से जो कमाई करें उसको मल्टीप्लाई कैसे करें ये सभी Eagle Club 23 india में सिखाया जाता है ।Eagle Club 23 इंडिया पंजाब के संस्थापक (Founder) कौन हैं ?Eagle Club 23 इंडिया पंजाब Founder :- दोस्तों ईगल क्लब 23 इंंडिया पंजाब के संस्थापक यानी Founder की बात करें तो इसके संस्थापक मनीष चहल और विक्की मोर हैं और ये हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले हैं । इन लोगों ने ही नेटवर्क मार्केटिंग जैसे कंपनी को चालू किया है जिसका नाम Eagle Club 23 इंंडिया पंजाब है ।Eagle Club 23 इंडिया पंजाब Fake है या Real ?दोस्तों आप लोगों को बता दें कि Eagle Club 23 इंडिया पंजाब कोई बड़ी कंपनी नहीं है, बताया गया है की Eagle Club 23 इंडिया पंजाब यह कुछ लोगों का एक समूह है जो सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपना वीडियो दिखाकर उन्हें अपनी ओर लाते हैं । दोस्तों अभी ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब से जुड़ी कोई विशेष जानकारी नही है, इसलिए दोस्तों Eagle Club 23 इंडिया पंजाब या इन जैसी कंपनियों पर अंधा विश्वास करना सही नहीं है । कुल मिलाकर Eagle Club 23इं पंजाब पर आंख बंद करके विश्वास करना बिल्कुल भी सही नहीं होगा, अगर आप अपने पैसे को जोखिम में डालकर रिस्क लेकर ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब में आना चाहते है तो आप सावधान होकर आएं क्योकि इसमें आपका पैसा के साथ साथ टाइम भी लगने वाला है ।Eagle Club 23 इंडिया पंजाब का लोगो कैसा होता है ?ईगल क्लब 23इंडिया पंजाब का लोगो (Logo) ये है ।ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाबक्या आप Eagle Club 23 भकर सकते हैं या नहीं ?दोस्तों Eagle Club 23इंडिया पंजाब एक E- Learning और Earning प्लेटफार्म है, Eagle Club 23 इंडिया पंजाब पर अभी भरोसा करना मुश्किल लग रहा है क्योंकि इसके बारे में कोई भी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसके साथ साथ अभी इनकी खुद की अपनी वेबसाइट भी नहीं है ये इंस्टाग्राम, फेसबुक तथा यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके अपनी मार्केटिंग करते है, इसलिए Eagle Club 23 इंडिया पंजाब या इन जैसे कंपनियों पर भरोसा करना सही नहीं है । आप लोगों को बता दें कि इन जैसी कंपनियां लोगों से पैसे लेकर चली भी गई है और ऐसे लोगों का कुछ पता ठिकाना नहीं होता है ।जानिए Eagle Club 23 इंडिया पंजाब का इंस्टाग्राम अकाउंट ?दोस्तों ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब का इंस्टाग्राम अकाउंट की बात करें तो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके Eagle Club 23 इंडिया पंजाब की इंस्टाग्राम आईडी पर जा सकते हैं ।https://instagram.com/eagleclub23?igshid=YmMyMTA2M2Y=Eagle club 23 इंडिया पंजाब से जुड़ी कुछ प्रश्न और उत्तर (FAQs)Eagle Club 23 इंडिया पंजाब क्या है ?Eagle club 23 इंडिया पंजाब की ऑफिशियल वेबसाइट क्या है ?Eagle club 23 इंडिया पंजाब के संस्थापक कौन हैं ?Eagle Club 23 इंडिया पंजाब की Instagram ID ?इस Eagle Club 23 इंडिया पंजाब में क्या सिखाया जाता है ?Eagle Club 23 इंडिया पंजाब : ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब व्हाट्सएप ग्रुप लिंक । भी हैLeave a CommentCommentNameEmailWebsiteSave my name, email, and website in this browser for the next time I comment.Post CommentSearchSearchRecent PostsEagle Club 23 : ईगल क्लब 23 विकिपीडिया । Eagle Club 23 Eagle Club 23 : ईगल क्लब 23 व्हाट्सएप ग्रुप लिंक ।Eagle Club 23 india Punjab :बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम 🪴🙏🙏🌹

Eagle Club 23 india punjab: ईगल क्लब 23 इंडिया पंजाब विकिपीडिया । Eagle Club 23 Wikipedia March 9, 2023   by  वनिता कासनियां पंजाब हैलो दोस्...